नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के खिलाफ वैके खिलाफ वैश्विक जंग अभी न सिर्फ लंबी चलेगी, बल्कि जबर्दस्त उतार-चढ़ाव भरी भी रहेगी. इसकी एक नहीं कई वजह हैं. अब जो नई खबर आ रही है वह कोरोना संकट को और ज्यादा बढ़ाती नजर आ रही है. इस नई चुनौती के तहत कोरोना वायरस अब संक्रमित लोगों के शरीर में खून को जमा दे रहा है. न्यूयॉर्क के नफालाजिस्टा का पता चला ह एक वायरस क कारण काराना मरीजों के गुर्दो में भी खून जम रहा है. इसकी वजह से दिल का दौरा पड़ने की घटनाओं में वद्धि हई है. दिल का दौरा कम उम्र के लोगों को भी पड रहा है.न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई हॉस्पिटल के डॉक्टर जे. मोक्को ने बताया कि यह काफी हैरानी की बात है कि कैसे यह बीमारी खून को जमा रही है. उन्होंने कहा कि कई मामलों में ऐसा हुआ है कि दिल का दौरा कम उम्र के लोगों को पड़ा है. मार्च के तीन हफ्तों में ही डॉक्टर मोक्को ने मस्तिष्क में खन ब्लॉकेज के साथ 32 ऐसे मरीजों को देखा है, जिन्हें दिल का दौरा पड़ा है. हैरानी की बात यह रही कि 32 में से आधे मरीज कोरोना वायरस पॉजिटिव निकले. इसके बीच चीन में एक मरीज के ठीक होने के 70 दिन बाद उसे फिर से कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है. इससे चीन की पेशानी पर बल और बढ़ गए हैं. कभी कोरोना के केंद्र रहे वहान में मामला 50 साल के शख्स का है जिसे कोरोना के लक्षण मिलने पर शुरू में क्वारंटीन हब में रखा गया. इसका दो अलग-अलग अस्पतालों में इलाज हुआ. इलाज में रिपोर्ट निगेटिव आई तो उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. हालांकि शख्स को जब फिर से कोरोना वायरस के संक्रमण का शक हुआ तो उसने टेस्ट कराया जो कि पॉजिटिव निकला है.इस तरह के चीन में कई मामले दिखे हैं. कई मामले तो ऐसे हैं जिसमें कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं. कई लोगों को 50 या 60 दिन बाद कोरोना हो रहा है. इसके पहले कोरोना की चपेट में आने वाले मरीजों में कोविड-19 संक्रमण के एक भी लक्षण नहीं दिखे थे. इस तरह के मामले भारत में भी बडी संख्या में देखने में आए हैं. इस लिहाज से देखें तो कोरोना का संक्रमण नित नए रंग दिखा रहा है, जो बताता है कि कोरोना से जंग अभी न सिर्फ लंबी चलेगी, बल्कि कई चुनौतियों से भी भरी रहेगी.